खुले में शौच मुक्ति के लिए भावनात्मक बदलाव जरूरी: सोऊ



एक दिवसीय स्वच्छता कार्यशाला आयोजित 
कम समय एवम न्यूनतम लागत से बनवाया मॉडल शौचालय
धोरीमन्ना मीडिया  नेटवर्क।।
धोरीमन्ना स्वच्छता के लिए शौचालय निर्माण के साथ खुले में शौच मुक्ति के लिए सकारात्मक जागृति के साथ भावनात्मक परिवर्तन की पहल जरूरी है। यह बात स्वच्छ भारत मशन की एक दिवसीय कार्यशाला में विकास अधिकारी नरेन्द्र सोऊ ने कही। पंचायत समिति सभागार में बुधवार को आयोजित एक दिवसीय तकनीकी क्षमतावर्धन हेतु आयोजित कार्यशाला पंचायत समिति के सहायक अभियन्ता भेराराम विश्नोई ने हाइजेनिक शौचालय निर्माण के विभिन्न स्वरुपों को बारीकी एवं विस्तार से समझाया। विश्नोई ने सोखता गड्ढा, जलबंद, सेफ्टी टैंक, बायो शौचालय सहित विभिन्न शौचालय निर्माण तकनीकी को समझाया। उन्होंने इस साल के अंत तक पंचायत समिति के सम्पूर्ण ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करने की अपील की। स्वच्छ भारत मिशन के ब्लाॅक समन्वयक चुन्नीलाल गोदारा ने ग्राम पंचायतवार प्रगति एवं आवश्यक शौचालय निर्माण से जुड़े पहलु पर बात की। डीआरजी प्रतिनिधि डीआर गोयल ने ट्रिंगरिग के माध्यम से खुले में शौच से होने वाली बीमारियों एवं दुष्परिणामों के बारे में बताया इस दौरान खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायतों की सफलता की कहानी को प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी से रूबरू करवाया इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन अभियान के जिला संदर्भ सदस्य गोस्वामी, जयपाल, भगवानाराम, चुनाराम, जेठाराम, नरसीराम विरट, नरसिंह गोदारा, निम्बाराम गोदारा पंचायत समिति क्षेत्र  नवचयनित ग्राम पंचायतों के सहायक रोजगार सहायक, ग्राम सेवक, सरपंच पंचायत समिति सदस्य एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत से एक एक निर्माण कारीगर सहित 200 से अधिक स्वच्छ भारत मिशन अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान सहायक अभियंता ने पंचायत समिति परिसर में कम समय व न्यूनतम लागत से मॉडल शौचालय बनवाकर सभी को बताया कार्यक्रम में धोरीमन्ना सरपंच प्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता बबलू तेतरवाल, लूखु सरपंच मोटाराम गुरलिया, भीमथल सरपंच मूलीदेवी ढाका, अरणियाली सरपंच ममता मेघवाल, चैनपुरा सरपंच इन्दुबाला विश्नोई, मांगता सरपंच कमलसिंह, बोर चारणान सरपंच जयरूप भण्डवाला सहित कई जनप्रतिनिधियों ने स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल बनाने के लिए अपने विचार रखे।

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