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Pandit Pradeep ji Mishra Ke Totke |
Skand Shashthi 2022: हर माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी (Skand Shashthi Ke Upaay) व्रत रखा जाता है. इस माह में ज्येष्ठ शुक्ल षष्ठी को यह व्रत रखा जाएगा. जून में स्कंद षष्ठी व्रत 05 जून दिन रविवार को है. संतान की उन्नति और उसके सुखी जीवन के लिए स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय की विधि विधान से पूजा करते हैं. इनका एक नाम स्कंद कुमार भी है, इनके नाम से नौ देवियों में से एक स्कंदमाता देवी हैं, जिनके ये पुत्र हैं. आइये जानते हैं स्कंद षष्ठी की तिथि, पूजा मुहूर्त और उपाय के बारे में-
स्कंद षष्ठी 2022 तिथि- Skand Shashthi Date 2022
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का प्रारंभ 05 जून दिन रविवार को प्रात: 04 बजकर 52 मिनट पर हो रहा है. यह तिथि 06 जून सोमवार को प्रात: 06 बजकर 39 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. उदयातिथि को आधार मानकर 05 जून को स्कंद षष्ठी व्रत (Skand Shashthi Vrat) रखा जाएगा.
स्कंद षष्ठी 2022 पूजा मुहूर्त- Skand Shashthi Pooja Muhurt
स्कंद षष्ठी के दिन रवि योग प्रात: 05 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होकर देर रात 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. ऐसे में आप स्कंद षष्ठी व्रत की पूजा प्रात:काल से कर सकते हैं.
इस दिन का शुभ समय 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक है. इस दिन राहुकाल शाम 05 बजकर 32 मिनट से शाम 07 बजकर 16 मिनट तक है.
स्कंद षष्ठी पूजा और उपाय- Skand Shashthi Ke Upay,Totke- Pandit Pradeep Ji Mishra
स्कंद षष्ठी को भगवान कार्तिकेय को फूल, फल, अक्षत्, धूप, दीप, गंध, लाल चंदन, मोर पंख आदि अर्पित करते हुए पूजा करें. फिर षष्ठी स्तोत्र का पाठ करें. ऐसा करने से संतान संकटों में भी सफलता प्राप्त करती है. उसे जीवन में तरक्की और उन्नति मिलती है.
भगवान कार्तिकेय (Lord Kartikeya) को मोर पंख अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं क्योंकि उनका प्रिय वाहन मोर है. इस दिन मोर की पूजा करने से भी संतान पर आए संकट दूर होते