अब पीएम मोदी से सीधे बात नहीं करेंगे बैंक कर्मचारी!
धोरीमन्ना मीडिया -अशोक कुमार विश्नोई
सबसे अपने "मन की बात" कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैंक अफसर और कर्मचारी अपने मन की बात नहीं कह सकेंगे। एक बैंक अफसर ने नॉन परफार्मिंग एसेट (एनपीए) पर अपनी ब्रांच में किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था जिस पर वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से साफ कह दिया है कि कोई भी बैंक अफसर और कर्मचारी इस तरह से सीधे प्रधानमंत्री को पत्र नहीं लिखेंगे।
गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र भेजा था। इसमें उस अधिकारी ने यह जानकारी दी थी कि उन्होंने अपनी ब्रांच के एनपीए में रिकवरी करने के लिए क्या कदम उठाए थे।
बैंक के एक अधिकारी द्वारा सीधे इस स्तर पर भेजे गए पत्र को लेकर गहरी नाराजगी जताई गई। खुद बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर (एचआर) एमके गुप्ता ने अपनी सभी शाखाओं को भेजे पत्र में कहा कि यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। साथ ही अवांछित कार्य है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि वित्त मंत्रालय के अनुसचिव के पत्र में अधिकारी द्वारा एनपीए की वसूली के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की गई है। महाप्रबंधक ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चेताया है कि वह इस तरह के किसी भी कार्य से दूर रहें वरना इसे गंभीरता से लिया जाएगा।
धोरीमन्ना मीडिया -अशोक कुमार विश्नोई
सबसे अपने "मन की बात" कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैंक अफसर और कर्मचारी अपने मन की बात नहीं कह सकेंगे। एक बैंक अफसर ने नॉन परफार्मिंग एसेट (एनपीए) पर अपनी ब्रांच में किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था जिस पर वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से साफ कह दिया है कि कोई भी बैंक अफसर और कर्मचारी इस तरह से सीधे प्रधानमंत्री को पत्र नहीं लिखेंगे।
गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र भेजा था। इसमें उस अधिकारी ने यह जानकारी दी थी कि उन्होंने अपनी ब्रांच के एनपीए में रिकवरी करने के लिए क्या कदम उठाए थे।
बैंक के एक अधिकारी द्वारा सीधे इस स्तर पर भेजे गए पत्र को लेकर गहरी नाराजगी जताई गई। खुद बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर (एचआर) एमके गुप्ता ने अपनी सभी शाखाओं को भेजे पत्र में कहा कि यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। साथ ही अवांछित कार्य है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि वित्त मंत्रालय के अनुसचिव के पत्र में अधिकारी द्वारा एनपीए की वसूली के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की गई है। महाप्रबंधक ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चेताया है कि वह इस तरह के किसी भी कार्य से दूर रहें वरना इसे गंभीरता से लिया जाएगा।
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