आतंकी अजहर पर बैन के लिए भारत के सपोर्ट में US की UN में अर्जी, चीन का विरोध


dhorimanamedia.blogspot.in 07 Feb.2017 19:46

नई दिल्ली. अमेरिका ने भारत की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। उसने पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर पर बैन लगाने के लिए मंगलवार को UN में अर्जी दी। चीन ने अमेरिका के इस कदम का विरोध कर दिया। बता दें कि अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। अजहर वही आतंकी है, जिसे 1999 में हाईजैक हुए इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन और उसमें सवार पैसेंजर्स को छुड़ाने के लिए अफगानिस्तान के कंधार ले जाकर रिहा किया गया था। यूएन में क्या हुआ...
- पिछले साल दिसंबर में भी चीन ने मसूद को आतंकी घोषित करने की भारत की कोशिशों को नाकाम कर दिया था।

- इस बार भारत से बातचीत के बाद यूएस ने यूएन में यह प्रपोजल दिया। यूके और फ्रांस भी भारत-यूएस के सपोर्ट में थे।
- चीन ने अपने दोस्त पाकिस्तान के फेवर में यूएस के भी प्रपोजल पर मंगलवार को अड़ंगा लगा दिया।

पठानकोट हमले में क्या है अजहर का रोल
- 2-3 जनवरी 2016 की दरमियानी रात पाकिस्तान से आए आतंकियों ने पंजाब में एयरफोर्स के बेस पर हमला किया था।
- इसमें 7 जवान शहीद हुए थे। 4 दिन तक चले कॉम्बिंग ऑपरेशन में जवानों ने चारों आतंकियों को मार गिराया था।
- एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों ने पाकिस्तान के बहावलपुर में अजहर के संगठन जैश से सैटेलाइट फोन के जरिए बातचीत की थी।
- एयरबेस अटैक के टेररिस्ट ने जिन नंबरों से बात की थी, वे पाकिस्तान को पिछले साल दिए जा चुके हैं।
- यह भी खुफिया जानकारी मिली थी कि अजहर ने 2016 में पठानकाेट हमले के बाद फोन के जरिए एक बड़ी रैली को ऐड्रेस किया था, जिसमें उसने भारत के खिलाफ फिर से जिहाद शुरू करने का एलान किया था।
- अजहर का अड्डा पाकिस्तान के पंजाब प्रोविन्स का बहावलपुर है। वह यहीं जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ट्रेनिंग देता है।

-मंगलवार को पठानकोट अटैक मामले में एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद तीन लीडर्स के खिलाफ प्रोक्लैमेशन ऑर्डर्स जारी किए हैं।

- पठानकोट अटैक के मामले में NIA की चार्जशीट में भी उसी का नाम है।

चीन बार-बार डालता है अड़ंगा
- चीन यूनाइटेड नेशन्स (यूएन) में भारत के उस प्रपोजल को बार-बार अटका देता है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अजहर को आतंकी डिक्लेयर करने की मांग की जाती है।
- चीन अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर यूएन की 1267 कमेटी में अजहर के खिलाफ प्रपोजल को टेक्निकल होल्ड पर डाल देता है।

क्या है 1267 कमेटी?
- आतंकियों और आतंकी संगठनों पर बैन लगाने का फैसला यूएनएससी की 1267 कमेटी ही करती है। अक्टूबर 1999 में यूएन सिक्युरिटी काउंसिल ने 1267 रेजोल्यू्शन पास किया था।
- इसी के तहत ओसामा बिन लादेन को आतंकी घोषित करने के बाद उस पर और उसके संगठन अल कायदा पर बैन लगाया गया था।

जैश आतंकी गुट, लेकिन अजहर आतंकी नहीं
- जैश-ए-मोहम्‍मद पर यूएनएससी ने बैन लगा रखा है, लेकिन इसके चीफ मसूद अजहर पर कोई बैन नहीं है।
- टेक्निकल होल्‍ड तभी लगाया जाता है जब सिक्‍युरिटी काउंसिल के मेंबर को और ज्‍यादा जानकारी चाहिए होती है। लेकिन कभी-कभी यह परमानेंट ब्‍लॉकिंग या प्रपोज्ड ब्‍लैकलिस्टिंग में तब्‍दील हो जाता है।

आतंकी घोषित होने पर क्या होगा?
- अजहर मसूद को आतंकियों के लिए लिस्ट में डाला जाता है तो यह भारत के लिए कामयाबी होगी।
- अजहर मसूद की प्रॉपर्टी जब्त की जा सकेगी। वह खुलेआम पाकिस्तान में रैलियां नहीं कर सकेगा, जैसा कि अभी वह करता है।
- एक देश से दूसरे देश की आवाजाही पर रोक होगी। बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद पर पहले से ही बैन लगा है।

18 साल पहले इस प्लेन हाईजैकिंग केस में मसूद को छोड़ा गया था
- 24 दिसंबर,1999 को पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने इंडियन एयरलाइन्स के IC-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक किया था। इसमें 178 पैसेंजर सवार थे।
- हाईजैक करने के बाद प्लेन को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था। दुबई में कुछ पैसेंजर्स को छोड़ दिया गया।
- 25 साल के भारतीय नागरिक रूपिन कत्याल की लाश को आतंकियों ने प्लेन से बाहर फेंक दिया था।
- आतंकियों ने भारत के सामने 178 पैसेंजरों की हिफाजत के बदले तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया।
- उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया।
- भारत की जेलों में बंद आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को कंधार ले जाया गया था।
- इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।


कब और कैसे हुआ था पठानकोट हमला?
- इस हमले में पाक सेना भी शामिल थी। आतंकियों ने फोन पर पठानकोट एयरबेस से अपने हैंडलर्स से बात की थी।
- आतंकियों ने अपने हैंडलर्स के जरिए पहले एक टोयोटो इनोवा टैक्सी बुक कराई थी। टैक्सी ड्राइवर को पाकिस्तान के नंबर से फोन आया था। उसे पंजाबी में पठानकोट के एक इलाके में पहुंचने को कहा गया था।
- आतंकियों ने पाकिस्तान में अशफाक अहमद और अब्दुल शकूर नाम के हैंडलर्स से बात की थी। चार्जशीट में इनके नाम भी हैं।
- तय इलाके से 4 आतंकी इस टैक्सी में बैठे थे। वे टैक्सी को एक बेहद खराब रास्ते से ले गए। रास्ता इतना खराब था कि इनोवा का रिम ही टूट गया। आतंकियों ने टैक्सी को वहीं छोड़ दिया।

गुरदासपुर के पूर्व एसपी को किडनैप किया
- इसके बाद उन्होंने एक महिंद्रा एसयूवी को रोका। इत्तेफाक से इस एसयूवी में गुरदासपुर के पूर्व एसपी और पुलिस कमांडेंट सलविंदर सिंह बैठे थे।
- सलविंदर, उनके दोस्त और कुक को किडनैप कर लिया। आतंकियों ने सलविंदर का फोन छीन लिया था। इसी फोन पर अफसर के एक गार्ड ने फोन किया। फोन आतंकियों ने उठाया और अस्सलाम अलैकुम कहा।
- गार्ड ने पूछा कि एसपी साहब से बात कराओ। इसी हड़बड़ी में आतंकियों ने फोन काटा और अफसर को कुछ किमी दूर छोड़ दिया था।
- इसके बाद आतंकी पठानकोट एयरबेस पहुंचे। रात में जवानों की शिफ्ट बदलने के वक्त का फायदा उठाते हुए वे एयरबेस में घुस गए और हमला कर दिया।

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