पूजा के समय अगरबत्ती जलाते वक्त करते हो ये गलतियाँ तो परिवार को भुगतना पड़ेगा भारी नुकसान- पंडित प्रदीप जी मिश्रा के टोटके

Pandit Pradeep Ji Mishra Sehore


Puja Path Rules in Hindi Pandit Pradeep Mishra: पूजा-पाठ में अक्षत, चंदन, कुमकुम, फल-फूल, धूपबत्‍ती, अगरबत्‍ती, भोग आदि कई चीजों का उपयोग होता है. इन सभी चीजों का अपना महत्‍व है और अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा में सामग्री भी बदल जाती है. लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका आमतौर पर ज्‍यादातर पूजा-पाठ, मांगलिक कामों में उपयोग होता है. इनमें से एक है धूपबत्‍ती और अगरबत्‍ती. यदि आप भी अगरबत्‍ती जलाते हैं, तो आज से ही ऐसा करना बंद कर दें. अगरबत्‍ती जलाने से पितृ दोष लगता है और इससे कई नुकसान होते हैं.  

अगरबत्‍ती जलाना माना अशुभ 

बांस को वास्‍तु शास्‍त्र में बहुत शुभ माना गया है. घर-दफ्तर में इस पौधे का होना सकारात्‍मकता और उन्‍नति लाता है. कई तरह के वास्‍तु दोष दूर करने के लिए बांस का पौधा रखने की सलाह दी जाती है. ऐसी शुभ चीज को जलाना ठीक नहीं है. भारतीय परंपरा में भी बांस जलाने की मनाही की गई है. इसके पीछे कई कारण हैं. चूंकि अगरबत्‍ती बनाने में बांस की लकड़ी का उपयोग होता है, इसलिए अगरबत्‍ती जलाना भी अनुचित है. 

/p>

-  बांस को वंश का प्रतीक माना गया है. ऐसे में बांस को जलाना अपने हाथों से अपने पारिवारिक वंश को नुकसान पहुंचाने जैसा है. 

- हिंदू धर्म में अंतिम संस्‍कार के लिए अर्थी तैयार करते समय बांस का इस्‍तेमाल किया जाता है लेकिन चिता जलाते समय अन्‍य लकड़ियों का उपयोग होता है, कभी भी बांस को नहीं जलाया जाता है. बांस जलाने से पितृ दोष लगता है.  

- बांस जलाने से खतरनाक टॉक्सिक हेवी मेटल भी जलते हैं, जो वातावरण को दूषित करते है. ऐसे में बांस की लकड़ी पर कई तरह की केमिकल लेयरिंग करके बनाई गई अगरबत्‍ती को जलाना तो और भी खतरनाक साबित हो सकता है. 

- जिस बांस की लकड़ी को जलाना शास्त्रों में वर्जित है उस बांस की लकड़ी को हमलोग रोज अगरबत्ती में जलाते हैं.

-बांस जलाने से व्‍यक्ति के भाग्‍य का नाश होता है. क्‍योंकि बांस का पौधा सौभाग्‍य लाने वाला है. 


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Newsletter