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Neem Ke Upay- Pandit Pradeep Mishra |
Neem Ke Upay: व्यक्ति की कुंडली में मौजूद केतु, शनि और पितृ दोष से मुक्ति के लिए नीम के कई ज्योतिषीय उपायों के बारे में बताया गया है. जानें नीम के इन उपायों के बारे में.
Neem Remedies For Shani Dosh/Pitru Dosh: ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में हर दोष से मुक्ति के लिए कई उपायों के बारे में बताया गया है. इन उपायों को करने से व्यक्ति को दोष से मुक्ति मिलती है. इनमें पेड़ों के कुछ उपाय भी बताए हैं. आज हम नीम के पेड़ के कुछ उपायों के बारे में जानेंगे. नीम के पेड़ (Neem Tree Importance) का धार्मिक महत्व भी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीम का संबंध मंगल ग्रह से हैं. साथ ही, केतु और शनि ग्रह से भी इसका संबंध बताया जाता है. अगर आप नीम का पेड़ लगाना चाहते हैं, तो घर के बाहर दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए.
वहीं, नीम की लकड़ी का भी विशेष महत्व है. नीम की लकड़ियों के इस्तेमाल से कई तरह के दोषों से छुटकारा मिलता है. आइए जानते हैं नीम के पेड़ के उपायों से किन-किन दोषों से छुटकारा पाया जा सकता है.
केतु, शनि और पितृ दोष से मुक्ति के उपाय- शनि और केतु ग्रह शांति के लिए उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीम का संबंध शनि और केतु ग्रह से बताया जाता है. इसलिए अगर किसी जातक की कुंडली में शनि दोष या फिर केतु दोष है, तो इन दोषों को शांत करने के लिए नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- इसके लिए नीम की लकड़ियों से हवन करना चाहिए. ऐसा करने से शनि ग्रह शांत होता है. सप्ताह में एक बार नीम की लकड़ियों से हवन अवश्य करें.
- वहीं, केतु ग्रह की शांति के लिए नीम की पत्तियों का रस निकाल लें और उसे नहाने के जल में मिलाकर स्नान करें. ऐसा करने से व्यक्ति को सभी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए
मान्यता है कि नीम की पूजा से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. इसलिए नियमित रूप से नीम को जल अर्पित करना चाहिए.
सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए
घर में सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए घर में नीम का पेड़ अवश्य लगाएं. ऐसा करने से व्यक्ति के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है. कहते हैं नीम के पेड़ को मां दुर्गा का प्रतीक माना जाता है. इसलिए इसे नीमरी देवी भी कहा जाता है.