अब दसवीं में नहीं होगा कोई बच्चा फेल !


नीमच. कक्षा दसवीं में इस साल काफी कम बच्चे अनुत्तीर्ण होंगे। यहां तक कि प्रदेश स्तर पर बनने वाली मेरिट का प्रतिशत भी ९८ से ९९ तक पहुंच सकता है। यह सब होगा बेस्ट ऑफ फाइव की वजह से। छह विषयों में से जिस विषय में सबसे कम अंक होंगे उसे पूर्णांक में नहीं जोड़ा जाएगा। इसका लाभ इस साल हजारों विद्यार्थियों को मिलेगा। जिले के हजार सैकड़ों विद्यार्थी होंगे लाभांवित इस साल जिले में कुल ११ हजार ५३९ विद्यार्थियों ने ४९ केंद्रों पर कक्षा दसवीं की परीक्षा दी है। इनमें ऐसे सैकड़ों विद्यार्थी होंगे जो एक विषय में कमजोर होंगे या जिनके एक विषय में कम अंकआने से परीक्षा परिणाम काफी प्रभावित होता होगा। ऐसे विद्यार्थियों को इस साल काफी लाभ होने वाला है। इस साल से शासन ने कक्षा दसवीं में भी बेस्ट ऑफ फाइव पेटर्न अपनाने का निर्णय लिया है। पूर्व में यह पेटर्न कक्षा नवीं में अपनाया जा चुका है। इसके परिणाम स्वरूप पिछले साल कक्षा ९वीं का परीक्षा परिणाम जो ४२.३ प्रतिशत तक था वो बढ़कर इस साल ५४ प्रतिशत हो गया। बेस्ट ऑफ फाइव पेटर्न की वजह से इस साल कक्षा दसवीं का परिणाम भी काफी बेहतर रहने की उम्मीद है। एक विषय में फेल तो भी होंगे पास बेस्ट ऑफ फाइव की वजह से इस साल ऐसे विद्यार्थी भी उत्तीर्ण हो जाएंगे जो केवल एक विषय में फेल होंगे या जिनके एक विषय में पूरक आएगी। इस विषय को पूर्णांक में भी नहीं जोड़ा जाएगा। कक्षा दसवीं में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषयों में ही अधिकांश विद्यार्थी फेल होते हैं या उनके पूरक आती है। ऐसे विद्यार्थियों के लिए बेस्ट ऑफ फाइव पेटर्न संजीवनी का काम करेगा। इस पेटर्न की वजह से इस साल कक्षा दसवीं के परीक्षा परिणाम में औसत १० से १२ प्रतिशत तक बेहतर सुधार दिखाई देगा। यह सुधार प्रदेश स्तर नजर आएगा। उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ जाएगी। हर साल एक विषय की वजह से विद्यार्थियों का कक्षा दसवीं का प्रतिशत प्रभावित हो जाता है। ऐसा इस बार नहीं होगा। बेहतर परीक्षा परिणाम के चलते अधिकांश विद्यार्थी कक्षा ११वीं में मनचाहा विषय भी ले सकेंगे। जो भी नतीजे रहेंगे १५ मई को परिणाम घोषित होने के साथ ही सबके सामने आ जाएंगे। कमजोर विद्यार्थियों को मिलेगा अधिक लाभ इस साल से बेस्ट ऑफ फाइव पेटर्न पर कक्षा दसवीं के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। पहली बार यह प्रयोग किया जा रहा है। इसका लाभ जिले के सैकड़ों विद्यार्थियों को मिलेगा। इससे प्रदेश स्तर पर बनने वाली मेरिट भी काफी ऊपर जाएगी। बेस्ट ऑफ फाइव का एक नुकसान भी है। ऐसे विद्यार्थी जो एक विषय में काफी कमजोर हैं वो उसपर ध्यान ही नहीं देंगे। इसके दुष्परिणाम बाद में सामने आएंगे। कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम बेहतर होने से विद्यार्थियों को रोजगार में मददगार भी साबित होंगे। - बीएल बामनिया, प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय नीमच यह व्यवस्था राजस्थान के सभी जिलो के छात्रो के लिए की गई है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Newsletter