मुस्लिम परिवार में जन्मी इस हिरोइन ने सच्चा प्यार पाने के लिए अपनाया था हिंदू धर्म


     
Bollywood talk.प्रेम का इतिहास उतना ही पुराना है जितना कि इन्सान। तारीख गवाह है कि जब भी प्यार को रोकने के लिए पहरा लगाया गया है वह और ज्यादा गहरा हुआ है। इसने कभी रंग, मजहब और जाति की दीवारों से समझौता नहीं किया।
आज हम आपको बताएंगे बीते दौर की उस खूबसूरत एक्ट्रेस के बारे में जिसने अपने प्यार के लिए मजहब और जमाने की बंदिशों की परवाह नहीं की। उसने एक हिंदू लड़के से प्यार किया था और उसी से शादी की। हम बात कर रहे हैं मशहूर एक्ट्रेस नरगिस दत्त की।
न​रगिस के लिए मजहब के मायने हैं इन्सानियत और सम्मान। उन्होंंने एक मुस्लिम परिवार में जन्म लिया था, लेकिन मजहब उनके प्यार में कभी आड़े नहीं आया। 1 जून 1929 में कलकत्ता में जन्मीं न​रगिस का असल नाम फातिमा रशीद था। उनके पुरखों का ताल्लुक रावलपिंडी से था।
नरगिस के पिता अब्दुल रशीद थे। वे एक धनी व्यापारी थे जो बाद में इलाहाबाद आ गए। नरगिस की मां का नाम जद्दन बाई था। उन्हें शास्त्रीय संगीत का काफी ज्ञान था। उन्होंने ही नरगिस की कला, संगीत और अभिनय में दिलचस्पी पैदा की।
बॉलीवुड में आने के बाद नरगिस का नाम खूब चमका। खासतौर पर राज कपूर के साथ बनीं फिल्में तो जबरदस्त हिट हुईं। आवारा, श्री 420 जैसी फिल्में नरगिस की याद दिला देती हैं। वे कामयाबी हासिल करती जा रही थीं कि तभी उन्होंने सबको शादी के फैसले से चौंका दिया। वे सुनील दत्त से शादी करना चाहती थीं। यही नहीं, अपने प्यार को पाने के लिए उन्होंने हिंदू धर्म स्वीकार किया और नाम रखा निर्मला दत्त।
उनके इस फैसले से कई कट्टरपंथी संगठन नाराज हुए और उनका बहिष्कार करने की धमकियां दी गईं, लेकिन नरगिस ने उन सबकी परवाह नहीं की। उन्होंने शादी की और एक खुशहाल जिंदगी बिताई। नरगिस और सुनील दत्त की यह प्रेम कथा हमें पैगाम देती है कि सच्चा प्रेम किसी दिखावे का नहीं बल्कि त्याग का नाम है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Newsletter