बरियाड़ा तिहरा हत्याकांड का पर्दाफाश




धोरीमन्ना मीडिया  नेटवर्क।।
बाड़मेर। डॉ. गगनदीप सिंगला जिला पुलिस अधीक्षक जिला बाड़मेर ने बताया कि दिनांक 06-06-2017 को बरियाड़ा पुलिस थाना शिव तिहरा हत्याकांड में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है विशनाराम पुत्र खेमाराम जाट निवासी फतेहपुर बरियाड़ी द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मैं घर कार्य हेतू रिश्तेदारी में 2 दिन पूर्व ग्राम बालासर गया हुआ था घर पर मेरा पुत्र नगाराम व पत्नी व पुत्रबधू भुरी देवी थे। जिन्हें अज्ञात लोगों ने रात को सोते हुए मारपीट कर उल्टा लटका कर बुरी तरह पीट कर मार डाला! इस मामले को गंभीरता से देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल व गठित 7 टीमों ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया

वारदात का पर्दाफाश

घटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अधिकारी द्वारा गठित टीम ने घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण कर सभी पहलुओं का सूक्ष्मता  से अध्ययन कर जांच प्रारंभ की! जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतक भूरी देवी के किसी से भी अच्छे संबंध नहीं थे तथा उसके खेत के पड़ोसी जब खेत में आते थे तो गाली गलौज किया करती थी! नगाराम मानसिक रूप से विक्षिप्त था! तथा घर पर ही रह रहा था! घटनास्थल के पड़ोसी विरमाराम पुत्र नवलाराम व गोमदाराम पुत्र टीकमाराम घटना से 7 दिन पहले खेत की सफाई करने के लिए अपने पुश्तैनी गांव सनावड़ा से बरियाड़ा आए हुए थे! जिनका मृतक परिवार के साथ खेत  शामिलाती होने से बटवारा करवाने हेतु दिनांक 03-05-2016 हेतु पटवारी से संपर्क किया तथा इस संबंध में मृतक के पिता विश्नाराम से भी बातचीत की!  इस घटना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने गोमदाराम व विरमाराम से गहनता से पूछताछ की तो घटना स्वीकार की तथा इन दोनो हिरासत में लिया 

इस तरह दिया वारदात को अंजाम

प्रारंभिक पूछताछ में सामने की दिनांक 02-06-2017 को सायंकाल अपराधी विरमाराम व गोमताराम उर्फ भुट्टा द्वारा अपने खेत में सफाई सूड़ की जा रही थी तभी मृतका भूरी उनके पास खेत में मेड़ पर आई तथा इन दोनों को गालियां निकाली एवं कहा की मेरे खेत के सिरे पर सुड़ करने की जरूरत नहीं है चले जाओ! जिस पर दोनों काम बंद कर अपने खेत में बने कमरे में चले गए! भूरी द्वारा भद्दी भद्दी गालियां निकालने की बात को इन्होंने मन में बिठा दिया और दोनों ने भूरी को सबक सिखाने का निश्चय कर लिया! दिनांक 04-06-2017 को विरमाराम तथा गोमदाराम ने रामजी का गोल पहुंचकर वारदात को अंजाम देने की रणनीति बनाई। अपना छुपाव करने के उद्देश्य से गोमदाराम ने अपने मित्र गोमाराम पुत्र श्री साजन राम जाट निवासी मीवड़खुर्द से अपनी मोटरसाइकिल की लाइट खराब होने पर बहाना बनाकर अपनी बहन के यहां धनाऊ जाने का कह कर उसे मोटरसाइकिल ली ! कस्बा धोरीमना से घटना को अंजाम देने के लिए रस्सी, डंडे तथा मिर्ची खरीदी एवं रात को अपना बचाव करने के लिए काले कलर की बनियान तथा नए चप्पल खरीदे एवं रास्ते में शराब पीते हुए बाड़मेर शिव होते हुए रात्रि करीब 2:00 बजे बिश्नाराम के घर पहुंचे बिश्नाराम के घर घुसते ही बुरी देवी के चिल्लाने पर उसको गोमदाराम द्वारा दबोच लिया। विरमाराम द्वारा नगाराम को बांधकर उसके साथ मारपीट की तथा उसके हाथ बांध दिए उसके पश्चात भूरी देवी के अति प्रतिक्रिया करने पर विरमाराम व गोमदाराम दोनों द्वारा मुंह बांधकर टांगे बांधकर छपरे लटकाकर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई।उसके बाद मिरगो देवी के खड़े होने पर उसे धक्का देकर गिराकर उसके हाथ बांध दिए ताकि यह उनको खोल न पाएं! इस घटना के बाद पास से गुजरते वाले रास्ते से कोई वाहन आती दिखाई देने पर दोनों वहां से शिव मौखाब से बायतु पहुचा फिर यहां से विरमीराम पचपदरा चला गया तथा गोमदाराम बाड़मेर धोरीमना होते हुए रामजी का गोल पहुंच गया। रामजी का गोल पर वह पूरे दिन बजरंग होटल पर बैठा रहा।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Newsletter