
बाड़मेर. ।
जिले में सड़क दुर्घटना में घायलों व अन्य बीमारियों में रक्त की जरूरत को पूरा करना आज के समय में किसी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन बाड़मेर रक्तदाता समूह की प्रेरणा से युवाओं की बढ़ती जागरूकता जिले में रक्त की कमी को पूरा कर रही है। इसी के चलते आपात स्थिति में युवाओं ने रक्त की जरूरत को पूरी कर कई जानें बचाई हैं। समूह जिले भर में रक्तदान को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है।
सीमावर्ती जिला शिक्षा व जागरूकता के क्षेत्र में पिछड़ा कहलाता है, लेकिन यहां पर रक्त की जरूरत को देखते हुए युवाओं ने वर्ष 2014 में एक समूह का गठन किया। इसमें सोशल मीडिया पर कई तरह के आयामों के जरिए युवाओं में जागरूकता का अभियान चलाकर इतनी बड़ी तादाद में पड़ रही रक्त की आवश्यकता को भी बाड़मेर रक्तदाता समूह पूरा कर रहा है। साथ ही जिले भर में प्रेरणा का कार्य कर युवाओं में रक्त देने के प्रति जागरूकता अभियान चलाकर एक पहल चलाई है। समूह के पास करीब 1000 से अधिक रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन है, जो आपात स्थिति में रक्त की खपत को पूरा कर रहे हैं।
कई युवा 50 से अधिक बार कर चुके रक्तदान
रक्तदान में प्रेरणा स्रोत का कार्य कर रहे बाड़मेर रक्तदाता समूह के संयोजक भीमराज। वे रक्तदान के क्षेत्र में 24 घंटे तैयार मिलते हैं। रक्तदान के लिए श्रेष्ठ कार्य पर जिला प्रशासन ने उन्हें सम्मानित भी किया। ब्लड डोनेट करवाने में जिले में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
अहम भूमिका निभा रहा समूह
बाड़मेर ब्लड बैंक में हर वर्ष करीब 4500 यूनिट ब्लड की जरूरत रहती है। जिसको बाड़मेर रक्तदाता समूह व अन्य रक्तदान शिविर से पूरा किया जा रहा है। जिसमें अहम भूमिका बाड़मेर रक्तदाता समूह निभा रहा है। कई ऐसी आपात घटनाओं में बाड़मेर रक्तदाता समूह ने ग्रुप अनुसार ब्लड उपलब्ध करवा कर 200 से अधिक जानें बचाई है।
अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी जुड़े
बाड़मेर रक्तदाता समूह से जुड़े युवाओं की प्रेरणा के चलते कई अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने समूह से जुड़ कर रक्तदान किया है। पूर्व में यहां रहे पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बाड़मेर रक्तदाता समूह से प्रेरणा लेते हुए तीन बार रक्तदान किया था।
रक्त की जरूरत पूरा करना मकसद
रक्तदान को लेकर जिले भर में जागरूकता अभियान चला रहे हंै। आपात स्थिति में रक्त की जरूरत को पूरा करना समूह का मकसद है। - भीमराज, बाड़मेर रक्तदाता समूह